भारत के नदी नदियां एवं तंत्र :
डेल्टा और एस्च्यरी मतलब (ज्वारनदमुख) क्या होता है
एस्च्यरी -
सागर तट पर स्थित आधा बंद खारे पानी का वह क्षेत्र जहा नदियों का ताजा पानी समुद्र के खारे पानी के साथ मिलता है।
नर्मदा, ताप्ती, मांडवी नदी एस्च्यरी मतलब (ज्वारनदमुख) का निर्माण करती है
डेल्टा-
नदी जहा महासागर से मिलती है उस जगह नदी दवारा बहाकर लाई गई मिट्टी के कारण नदी की धारा कई धाराओं में बट जाती है उस त्रिभुजाकार क्षेत्र को डेल्टा कहा जाता है डेल्टा प्रायः उपजाऊ मिट्टी का निर्माण करते है
गंगा, ब्रह्मपुत्र महानदी, गोदावरी, कृष्णा डेल्टा का निर्माण करती है
अपवाह तंत्र
अपवाह तंत्र शब्द एक क्षेत्र के नदी तन्त्र की व्याख्या करता है जिसमे अलग अलग दिशाओं से छोटी-छोटी धाराएँ आकर एक मुख्य धारा मतलब मुख्य नदी का निर्माण करती हैं यहाँ पर अलग अलग दिशाओं से जो छोटी-छोटी धाराएँ आती है वो मुख्य नदी की सहायक नदिया होती है।
भारत के प्रमुख अपवाहतंत्र :-
सिंधु नदी -
सिंधु नदी 3 देशो में होकर बहती है - चीन, भारत, पाकिस्तान
चीन के तिब्बत स्थित मानसरोवर झील के निकट से इसका उदगम होता है और उत्तर पश्चिम दिशा में बहती हई ये नदी भारत के लददाख के दमचोक के पास से भारत में प्रवेश करती हैए आगे बहती हई ये नदी गिलगित से होते हुए दर्दिस्तान के पास पाकिस्तान में प्रवेश करती है और कराची के पूर्व से होते हए अरब सागर में मिल जाती है
- इस नदी की कुल लम्बाई 2880 है
सिंध नदी - भारत का लेह शहर सिंधु नदी के दाए तट पर स्थित है
सिंधु नदी के अरब सागर में मिलने से पहले इसमें 5 प्रमुख सहायक नदिया आकर मिलती है - चेनाब, झेलम, रावी, व्यास और सतलज नदी
चेनाब नदी -
- ये सिंधु नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है इसका उद्गम हिमाचल प्रदेश के k12 लारा दर्रे से होता है
- हिमाचल प्रदेश में इस नदी का निर्माण 2 नदी चंद्रा और भागा नदी से होता है इसलिए इसे वहा चंद्रभागा के नाम से जाना जाता है।
- ये नदी पाकिस्तान में जाकर सिंधु नदी से मिल जाती हैए सिंधु नदी में मिलने से पहले इसमें झेलम, रावी, सतलज, व्यास नदिया आकर मिलती है
सतलज नदी -
- ये नदी तिब्बत के राक्षस ताल से निकलती है और सिंधु नदी के सामानांतर बहती हुई हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करती है आगे पंजाब होते हुए पाकिस्तान के बहावलपुर मे चेनाब नदी में जाकर मिल जाती है
- चेनाब में मिलने से पहले इससे व्यास नदी आकर मिलती है
व्यास -
- रोहतांग दर्रे से निकली, व्यास नदी हिमाचल प्रदेश के कुल्लू घाटी में बहते हुए पंजाब के हरिके में सतलज नदी से मिल जाती है
- हरिके क्षेत्र में व्यास और सतलज नदी के संगम देश की सबसे लम्बी नहर इंदिरा गाँधी नहर निकलती है, जो की पंजाब और राजस्थान से होकर गुजरती है
- राजस्थान में इसकी लम्बाई सबसे अधिक 470km है
Note - पाकिस्तान के बहावलपुर में जब सतलज नदी चेनाब नदी से मिलती है तब ये चेनाब में मिलकर पंचनद नदी का निर्माण करती है मतलब सिंधु नदी में मिलने से पहले 45km तक ये पाचो नदिया यहाँ एक होकर आगे बहती है
सिंधु जल समझौता -
- पानी के वितरण लिए 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच हई एक संधि है, समझौते के अनुसार तीन पूर्वी नदियों - ब्यास, रावी और सतलज का नियंत्रण भारत को तथा तीन पश्चिमी नदियों सिंधु, चिनाब और झेलम का नियंत्रण पाकिस्तान को दिया गया
गंगा नदी -
गंगा नदी भारत की सबसे लम्बी नदी है इसकी कुल लम्बाई 2525km है इसमें भारत में इसकी लम्बाई 2071km है, बाकि बांग्लादेश में है
- सतोपथ हिमानी से निकली अलकनंदा और गौमख से निकली भागीरथी नदी जब देवप्रयाग में मिलती है तब इसका संयुक्त रूप गंगा के नाम से जाना जाता है
अलकनंदा की 2 प्रमुख सहायक नदिया है
पिंडार नदी - पिंडार नदी अलकनंदा को कर्णप्रयाग में आकर मिलती है
मन्दाकिनी नदी - मन्दाकिनी नदी अलकनंदा को रुद्रप्रयाग में आकर मिलती है
Note - प्रसिदध केदारनाथ मदिर मन्दाकिनी नदी के तट पर स्थित है और बद्रीनाथ मंदिर अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है
- उत्तराखंड से निकली, गंगा उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल तक बहती है पश्चिम बंगाल के फरक्का पर ये 2 धाराओं में बट जाती है हुगली और मुख्य धारा पदमा
- आगे बहती हुई ये पदमा ब्रह्मपुत्र जिसे बांग्लादेश में जमुना के नाम से जाना जाता है से मिल जाती है और संयुक्त रूप जिसे मेघना कहा जाता है के रूप में बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है
गंगा नदी की बहुत सी सहायक नदिया है - यमुना, कोसी, सोन, गोमती, दामोदर, घाघरा(सरयू), गंडक, रामगंगा
यमुना नदी -
- गंगा की सबसे बड़ी सहायक नदी है, जो उत्तराखंड के बंदरपूछ चौटी पर स्थित यमुनोत्री हिमानी से निकलती है
- ये नदी उत्तराखंड से हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश से बहते हए प्रयागराज इलाहबाद में गंगा नदी से जाकर मिल जाती है
- यमुना नदी का प्राचीन नाम कालिंदी नदी है ।
- यमुना की बहुत सी सहायक नदिया है - चंबल, बेतवा, केन
चम्बल नदी -
- ये नदी मध्यप्रदेश के इंदौर स्थित महु क्षेत्र के जानापाव पर्वत से निकलती है उत्तर-मध्य भाग में बहते हए ये नदी राजस्थान से होकर उत्तरप्रदेश के इटावा में यमुना नदी से मिल जाती है
- इस नदी की लम्बाई 965km है
बेतवा नदी -
- मध्यप्रदेश के भोपाल से निकलती है, जो उत्तरपूर्वी दिशा में बहते हए उत्तरप्रदेश के हमीरपुर में यमुना से मिल जाती है
कोसी नदी -
- ये नदी नेपाल में हिमालय से निकलती है और बिहार में प्रवेश करती है
- ये नदी प्राय अपना मार्ग बदलने के कारन चर्चा में रहती है और इसमें आने वाली बाढ़ से बिहार में अधिक मात्रा में तबाही देखने को मिलती है इसलिए इस नदी को बिहार का शोक कहा जाता है।
- ये नदी बिहार के कटिहार में गंगा नदी से मिल जाती है ।
दामोदर नदी -
- झारखण्ड के छोटा नागपुर पठार से निकलती है और पश्चिम में बहते हए ये हुगली नदी में जाकर मिल जाती है, इस नदी में अचानक आने वाली बाढ़ के कारन इसे बंगाल का अभिशाप भी कहा जाता है प्रदुषण के कारन इस नदी को जैविक मरुस्थल कहा जाता है।
गोमती नदी -
इस नदी का उद्गम उत्तरप्रदेश के पीलीभीत स्थित गोमतताल से होता है जिसे फुलहर झील भी कहते है, ये गंगा नदी की एक मात्र ऐसी सहायक नदी है जिसका उदगम मैदान से होता है
सोन नदी -
मध्यप्रदेश के अमरकंटक नामक स्थान से निकलती है और उत्तर की और बहते हए ये पटना के निकट गंगा में मिल जाती है
गंगा नदी से सम्बधित महत्वपूर्ण Points :-
- गंगा नदी के दाएं तट पर और कौन सी नदी गंगा के बाएं तट पर आकर मिलती है
बाएं तट - गोमती, गंडक, घाघरा, कोसी
दाएं तट - यमुना, सोन, टोंस
- गंगा नदी को 2008 में राष्ट्रिय नदी का दर्जा दिया गया और गंगा के किनारे बसा सबसे बड़ा शहर कानपूर है
- गंगा नदी के प्रवाह का क्रम - उत्तराखंड > उत्तरप्रदेश > बिहार > पश्चिमबंगाल
ब्रह्मपुत्र नदी
- ये नदी तिब्बत, भारत और बांग्लादेश से होकर बहती है
- ये नदी तिब्बत के मानसरोवर झील के निकट से निकलती है ब्रह्मपुत्र, सतलज और सिंधु नदिया तिब्बत के मानसरोवर के पास से निकलती है
- तिब्बत से निकलने वाली इस नदी को तिब्बत में यरलुंग जंगबो के नाम से और सांग्पो के नाम से जाना जाता है जब ये नदी भारत में असम घाटी में प्रवेश करती है जहा इसे ब्रह्मपुत्र के नाम से जाना जाता है, इस नदी को अरुणाचल प्रदेश में दिहांग के नाम से जाना जाता है
ब्रह्मपुत्र नदी
- असम घाटी में बहते हए ये नदी बांग्लादेश में प्रवेश करती है जहा इसे जमुना के नाम से जाना जाता है, बांग्लादेश में ये गंगा (पदमा) के साथ मिल जाती है और गंगा ब्रह्मपत्र का संयुक्त रूप मेघना के नाम से जाना जाता है और विश्व का सबसे बड़ा नदी डेल्टा "सुंदरबन डेल्टा" का निर्माण करते हुए बंगाल की खाड़ी में जाकर मिल जाती है ।
ब्रह्मपुत्र की सहायक नदिया है - तिस्ता, कमेंग, मानस, दिबांग, लोहित, बराक, कपिली
- तिस्ता, सुवनसिरि, कमेंग, मानस, दिबांग दाए तट से और लोहित, बराक, दिबांग बाए तट से ब्रह्मपुत्र से मिलती है
कुछ महत्वपूर्ण (Important Point)
- तीस्ता नदी का उद्गम सिक्किम से होता है पश्चिम बंगाल से होते हए बांग्लादेश में प्रवेश करती है और वहा ब्रह्मपुत्र से मिल जाती है
- लोहित नदी को खून की नदी के नाम से जाना जाता है
- बराक नदी मणिपुर की पहाड़ियों से निकलती है मणिपुर से मिजोरम असम होते हए बंगलादेश में प्रवेश करती है और मेघना नदी में जाकर मिल जाती है
- ब्रह्मपुत्र नदी में ही विश्व का सबसे बड़ा नदी द्वीप माजुली स्थित है (असम में)
0 Comments