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भारत के उद्योग industry's | Jobs



उद्योग का संबंध उन आर्थिक गतिविधियों से हैं से है, जो कच्चे माल को पक्के माल के रूप में अथवा विक्रय योग्य अवस्था में लाती हैं
जैसे -  गन्ने से चीनी को बनाना

उद्योगों का वर्गीकरण :
 

कृषि आधारित उद्योग -  सूती वस्त्र उद्योग, चीनी उद्योग

खनिज आधारित उद्योग - लोहा इस्पात उद्योग, सीमेंट उद्योग, एल्युमिनियम उद्योग

खनिज + तकनीक आधारित उद्योग - वायुयान निर्माण उद्योग, जलयान निर्माण उद्योग, रेल निर्माण उद्योग

वन आधारित उद्योग - रेशम उद्योग , कागज उद्योग   

भारत में औद्योगिक नीति - 

  • स्वतंत्रता के बाद भारत की पहली औद्योगिक नीति - 1948
  • भारत की दूसरी औद्योगिक नीति - 1956
  • भारत की आधुनिक और नई औद्योगिक नीति - 1991 
उदारीकरण ( Liberalization)
निजीकरण (Privatisation)
वैश्वीकरण (Globalizarion)

 

लौह - इस्पात उद्योग - 

भारत में देश का पहला लौह उद्योग कारखाना 1874 ई० में बराकर नदी के किनारे कुल्टी (पश्चिम बंगाल) में स्थापित किया गया। बाद में फण्ड के अभाव में यह कंपनी बंद हो गयी और बंगाल सरकार ने इसका अधिकरण कर लिया। इसके बाद इसका नाम बदलकर "बराकर आयरन वर्क्स" कर दिया गया।

स्वतंत्रता से पूर्व स्थापित लौह इस्पात कारखाना

TISCO (Tata Iron and Steel Company) -  बड़े पैमाने पर देश का पहला कारखाना 1907 ई० में जमशेदजी टाटा द्वारा झारखंड के साकची नामक स्थान पर स्थापित किया गया।

IISCO (Indian Iron and Steel Company) - इसकी स्थापना 1918 ई० में प. बंगाल के हीरापुर नामक स्थान पर की गयी। बाद में कुल्टी, हीरापुर, बर्नपुर स्थित संयंत्रों को भी इसी में मिला दिया गया


स्वतंत्रता के पश्चात स्थापित लौह इस्पात कारखाना 

दूसरी पंचवर्षीय योजना  
भिलाई लौह इस्पात उद्योग 1955 छत्तीसगढ़ - सोवियत संघ (रूस) 
दुर्गापुर लौह इस्पात उद्योग 1956 पश्चिम बंगाल - ब्रिटेन  
राउरकेला लौह इस्पात उद्योग 1969 उड़ीसा - जर्मनी

तीसरी पंचवर्षीय योजना
  
बोकारो स्टील प्लांट 1964 झारखंड - सोवियत संघ (रूस)
सलेम स्टील प्लांट - तमिलनाडु
विशाखापत्तनम स्टील प्लांट - आंध्रप्रदेशद्ध (भारत का पहला तटवर्ती इस्पात कारखाना विशाखापत्तनम में लगाया गया)
 

सूती वस्त्र उद्योग  

आधुनिक ढंग से सूती वस्त्र की पहली मिल की स्थापना 1818 ई में कोलकाता के समीप फोर्ट ग्लोस्टर में की गई थी किंतु यह असफल रही थी सबसे पहला सफल आधुनिक सूती कपड़ा कारखाना 1854 में मुंबई में कवासजी डावर द्वारा खोला गया।
मुंबई को भारत के सूती वस्त्रों की राजधानी के उपनाम से जाना जाता है।
कानपुर को उत्तर भारत का मैनचेस्टर कहा जाता है।
कोयंबटूर को दक्षिण भारत का मैनचेस्टर कहा जाता है।
अहमदाबाद को भारत का बोस्टन कहा जाता है।

जूट उद्योग -

सोने का रेशा के नाम से मशहूर जूट के रेशों से सामानों का निर्माण करने में भारत का विश्व में प्रथम स्थान प्राप्त है
इसका पहला कारखाना कोलकाता के समीप रिशरा नामक स्थान पर 1855 में लगाया गया था पहला पटसन उद्योग कोलकाता के निकट रिशरा में 1855 में लगाया गया

एल्युमिनियम उद्योग -

भारत में एलुमिनियम का पहला कारखाना 1937 में पश्चिम बंगाल के निकट जे के नगर में स्थापित किया गया था।

भारत के प्रमुख एल्युमिनियम कंपनी - 

BALCO (Bharat Aluminium Company Ltd.) -  कोरबा एवं कोयना(MH) - सोवियत संघ
HINDALCO (Hindustan Aluminum Corporation) - रेणुकूट (UP) - USA
NALCO (National Aluminum Corporation)- दामनजोड़ी (उड़ीसा) - फ्रांस

वायुयान निर्माण उद्योग -

देश में वायुयान निर्माण का प्रथम कारखाना 1940 में बंगलुरू में हिन्दुस्तान एयर क्राफ्ट कम्पनी के नाम से स्थापित किया गया। इस समय इसे "हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड" के नाम से जाना जाता है।


जलयान निर्माण उद्योग -

पहला कारखाना 1941 में सिन्धिया स्टीम नेवीगेशन कंपनी द्वारा विशाखापत्तनम में स्थापित किया गया था। बाद में भारत सरकार द्वारा इसका अधिग्रहण करके "हिन्दुस्तान शिपयार्ड विशाखापत्तनम" नाम दिया गया।

रेल उपकरण उद्योग 

  • पहिए और एक्सेल - बैंगलोर में 
  • विद्युत इंजन -  चितरंजन में 
  • इंटीग्रल कोच - चेन्नई के पेरंबूर
  • डीज़ल इंजन - वाराणसी में
  • रेल कोच - कपूरथला
  • आधुनिक कोच फैक्ट्री  - रायबरेली


चीनी उद्योग

भारत में आधुनिक चीनी उद्योग की शुरुआत 1903 में बिहार में पहली चीनी मिल की स्थापना के साथ हुई

सीमेंट उद्योग

भारत में आधुनिक ढंग से सीमेंट बनाने का पहला कारखाना 1904 में मद्रास में लगाया गया था जो असफल रहा मद्रास के कारखाने के बाद 1912 में इंडियन सीमेंट कंपनी लिमिटेड द्वारा गुजरात के पोरबंदर नामक स्थान पर कारखाने की स्थापना की गई जिसमें 1914 से उत्पादन प्रारंभ हुआ

रासायनिक उर्वरक उद्योग 

भारत में उर्वरक का पहला कारखाना 1906 में तमिलनाडु के रानीपेट नामक स्थान पर स्थापित किया गया
भारत में प्रति हेक्टेयर उर्वरक खपत में पंजाब प्रथम स्थान पर है


चमड़ा उद्योग

भारत में चमड़ा उद्योग के मुख्य केंद्र कानपुर, आगरा, मुंबई कोलकाता, पटना तथा बंगलुरु है
कानपुर चमड़ा उद्योग का सबसे बड़ा केंद्र है यह जूते बनाने के लिए प्रसिद्ध है

रेशम उद्योग

भारत चीन के बाद प्राकृतिक रेशम का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है और प्राकृतिक रेशम की सभी चार किस्मों का उत्पादन करने वाला एकमात्र देश है शहतूती, एरी, तसर एवं मूंगा सभी 4 किस्मों की रेशम का उत्पादन होता है
कर्नाटक देश का 41 % से अधिक कच्चा रेशम उत्पादन करता है
 

 

 

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